सेवा में,
आदरणीय प्रधानमंत्री जी
भारत सरकार
नई दिल्ली
17.09.2024
विषय- काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित सरसुन्दरलाल हॉस्पिटल में कार्यरत चिकित्सा अधीक्षक श्री कैलाश कुमार गुप्ता और उप चिकित्सा अधीक्षक श्री अंकुर सिंह द्वारा हॉस्पिटल की व्यवस्था को बर्बाद किए जाने के संबंध में।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी,
आपको प्रणाम करते हुए, एक आम आदमी के नाते अवगत कराना चाहता हु कि वाराणसी स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सरसुन्दरलाल हॉस्पिटल को वहाँ के चिकित्सा अधीक्षक श्री कैलाश कुमार गुप्ता और उप चिकित्सा अधीक्षक श्री अंकुर सिंह से मुक्त करवा देवे, क्योकि ये दोनों अधिकारी किसी की नहीं सुनते, समय पर किसी का फोन नहीं उठाते, इन दोनों अधिकारियों ने पूरे हॉस्पिटल की व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया है। सभी उनसे दुखी है, क्योंकि पूरे हॉस्पिटल परिसर में सही व्यवस्था नही होने के कारण मरीजो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, आई.सी. यू जैसे महत्वपूर्ण जगह में सफाई हेतु मात्र दो कर्मचारियों को रखना व आई.सी. यू. में 17 बेड के मरीज को देखने के लिये मात्र 2 या 3 नर्सिंग स्टाफ को रखना जैसे तमाम अराजक कार्य हो रहे है. इन दोनों की निष्पक्ष जाँच कराने पर आदरणीय के सामने ऐसी तस्वीर आयेगी जो सोच के परे होगा।
अभी दिनांक 16.09.24 को भी एक नर्सिंग स्टाफ की मृत्यु इन्ही दोनों अधिकारियों के अव्यवस्था के कारण हुआ और इनकी हठधर्मिता के चलते फिर से एक हड़ताल हो गया है, जिससे समस्त मरीज परेशान है, केन्द्र सरकार द्वारा इतना धनराशि सरसुन्दरलाल हॉस्पिटल में दिया जा रहा है पर मरीजो को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा।
यह हॉस्पिटल महामना मदन मोहन मालवीय जी ने जिस सोच के साथ बनवाया था, वो आज खत्म हो गया है। निश्चित ही उनकी आत्मा भी आज दुःखी होगी, इन दोनों अधिकारियों के अमानवीय कृत्यों से पूर्वांचल, बिहार और आस- पास के मरीजो का बहुत बुरा हाल है, इससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है, जबकि सरकार द्वारा कोई कमी नही की जा रही।
अतः आप आदरणीय से निवेदन है कि इन दोनों अधिकारी चिकित्सा अधीक्षक श्री के. के. गुप्ता और उप चिकित्सा अधीक्षक श्री अंकुर सिंह के खिलाफ एक निष्पक्ष जाँच करवा कर दंडात्मक कार्यवाही करवाने की कृपा करें।
प्रतिलिपि –
आदरणीय श्री, जे.पी. नड्डा जी, माननीय स्वास्थ्य मंत्री,
केन्द्र सरकार नई दिल्ली
भवदीय,
देव भट्टाचार्या
अध्यक्ष
रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन,
वाराणसी