अखंड सौभाग्य की प्राप्ति एवं दांपत्य जीवन तथा घर में सुख शांति, धन-धान्य आदि की समृद्धि के लिए व्रती महिलाओं द्वारा वट सावित्री की पूजा अर्चना के लिए मां बेल्हा देवी मन्दिर के साथ-साथ शहर एवं ग्रामीण मंदिरों में पूजन अर्चन की भीड़ रही। वट सावित्री पूजा करने के पीछे एक पौराणिक कथा यह है कि चूंकि बरगद पेड़ की आयु काफी लंबी होती है और इसमें जितनी भी शाखाएं निकलती है. उसकी पूजा करने से पति की आयु उतनी ही लंबी होती है I वट सावित्री की पूजा में कथा सुनने और इसके बाद प्रसाद ग्रहण कर पारण करने का विधान है I
