
भीषण गर्मी एवं उच्च तापमान की वजह से मणिकर्णिका घाट पर शवों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
आम दिनों में जहाँ 50 से 60 शवों का अन्तिम संस्कार किया जाता था उसके मुकाबले गुरूवार को 300 शव घाट पर अंतिम संस्कार हेतु पहुंचे। इतनी संख्या में शव पहुंचने पर घाट पर पूजन सामग्री एवं लकड़ियों की भी कमी हो गयी।
जगह की कमी की वजह से एक शव का अंतिम संस्कार करने के लिये 5 घंटे से ज्यादा समय का इन्तज़ार करना पड़ा। कुछ शवो को हरिश्चंद्र घाट के लिए रवाना कर दिया गया।
बनारस में आसपास के जिलों से भी शव अंतिम संस्कार हेतु पहुँचते हैं। डोम राजा ओम चौधरी के अनुसार कोरोना काल के बाद पहली बार शवों की इतनी संख्या घाट पर पहुंची है।