भारत का इतिहास गौरवशाली रहा है. बड़ी मात्रा में धन संपदा होने के कारण एक समय भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता थाI इस धनसंपदा के कारण ही विदेशियों ने देश पर आक्रमण किया था I ब्रिटिश राज ने भारत की बहुमूल्य वस्तुओं (पेंटिंग, कलाकृतियां, मूर्तियां,स्वर्ण सिंहासन,हीरे-जवाहरात) को लूटा और साथ लेकर गए थे I इन कलाकृतियों को ब्रिटेन में विभिन्न संग्रहालयों में सहेजा गया है, जिसे आजादी के बाद से वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं I इस कड़ी में छत्रपति शिवाजी के वाघ नख (Wagh Nakh) को जल्द ही देश वापस लाया जाएगा I
भारत के गौरव के प्रतीक शिवाजी महाराज (Chatrapati Shivaji Maharaj) ने 1659 में इस वाघ नख से ही बीजापुर सल्तनत के सेनापति अफजल खान को मौत के घाट उतारा था Iछत्रपति शिवाजी के शौर्य का प्रतीक यह वाघ नख भारत की अमूल्य धरोहर है I महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बताया, ‘हमें ब्रिटेन के अधिकारियों से एक पत्र मिला है जिसमें कहा गया है कि वे छत्रपति शिवाजी महाराज का वाघ नख वापस देने पर राजी हैं I सांस्कृतिक मंत्रालय के अनुसार, मुनगंटीवार के साथ मंत्रालय के दो प्रमुख अधिकारी लंदन जाएंगे और वाघ नख को भारत में वापस लाने के लिए आवश्यक प्रक्रिया पूरी करेंगे I
निश्चित रूप से यह सराहनीय कार्य होगा।