अमूल्य सिन्हा,
सामाजिक संस्था-अभिनव विचार, रामनगर, वाराणसी
बनारस का चुनाव रिकॉर्ड गर्मी के पहुंच के साथ अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंच गया है। इतने गर्मी को देखकर नहीं लगता है कि मतदान सम्मानजनक स्थिति में हो पाएगा। आज के चुनाव में सम्मान शब्द बहुत बेइमानी भरा शब्द हो गया है। कालांतर में जब आज के चुनाव की चर्चा होगी तो एक शब्द में कहा जाएगा कि यह सबसे घटिया, आधारहीन बातों और गाली-गलौच से भरा सबसे निम्नस्तरीय चुनाव था। क्योंकि पहले तो क्षेत्रीय स्तर पर विरोध में निम्नस्तरीय बोल भाषा या तू-तू मैं-मैं होता था अब सभी पार्टियों के राष्ट्रीय नेताओं ने भी अपना स्तर खो दिया है, शायद यही वजह है कि फ़िल्टर होकर विचार नीचे तक आ पहुंचा है ।
सभी सम्मानित बुद्धिजीवियों से सादर अनुरोध है कि अपने स्तर को बरकरार रखें और विचार करें कि चुनाव तो आज है परंतु हमें साथ-साथ रहना चाहिए। नेताओं का क्या है वह तो जिस तरह से स्थानांतरित होकर दूसरे पार्टियों में जा रहे हैं, उसे देखकर लगता है सारी बेहयाई इन्हीं नेताओं में कूट-कूट कर भरी है और जिन्होंने समर्पित होकर काम किया वह फिर रोयेगा। अभी-अभी पता चला है कि सभी पार्टियां कार्पोरेट जगत की तरह काम कर रही है, बूथ में ५०%वोट तो 30000/- व 75% वोट तो 40000/- रूपया मिलेगा। संगठनात्मक संरचना कहीं नजर नहीं आ रही है I हर पार्टी में कुछ चुनिंदा चेहरे हर जगह नजर आ रहे है । लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि चुनाव में एक मर्यादित आचरण को बरकरार रख संबंधों को निभाने का प्रयास करें I