
वाराणसी 16जून।
मां गंगा और उनकी सहायक नदियों की अविरलता और निर्मलता के लिए मां गंगा सहित उनकी सहायक नदियों के तटवर्ती गांव में रहने वाले लोगों और समाज के लोगों को जागरूक होना पड़ेगा और इसके लिए आगे आना पड़ेगा। । जल प्रदूषण के कारकों से बचना पड़ेगा और लोगों से भी नदियों, तालाबों को अपवित्र करने वाले सामग्री को उस में डालने से आग्रह पूर्वक मना करना पड़ेगा I इसके लिए गंगा समग्र के कार्यकर्ताओं द्वारा माह अगस्त और सितंबर में गंगा और उनके सहायक नदियों के तटवर्ती क्षेत्र में संवाद गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा, साथ ही माह जुलाई और अगस्त में गंगा के तटवर्ती क्षेत्र में और विभिन्न तालाबों के साथ सार्वजनिक स्थलों पर वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया जाएगा। उक्त बातें आज वाराणसी के तुलसी घाट के सामने जलपरी पर गंगा दशहरा के विशिष्ट पर्व पर काशी जिले की ओर से आयोजित एक बैठक में गंगा समग्र के भाग संयोजक दिवाकर द्विवेदी ने व्यक्त किए।
मुख्य अतिथि के रूप में संगोष्ठी को संबोधित करते हुए गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया के उप महा प्रबंधक श्री नरेंद्र कुमार द्विवेदी ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति और पौराणिक विशिष्टियों के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल दशहरा को भगीरथ की अनन्य तपस्या से प्रसन्न होकर भूतभावन भगवान शंकर ने अपनी जटा से मां गंगा की धारा को प्रवाहित किया था। गंगा दशहरा के दिन माँ गंगा के स्नान, दर्शन और आचमन मात्र से अनेक जन्मों के पापों से मनुष्य को मुक्ति प्राप्त हो जाती है। मनुष्य को दैहिक, दैविक और भौतिक तीनों तापों से मुक्त करने वाली मां गंगा ही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गंगा आश्रित आयाम के राष्ट्रीय प्रमुख अमिताभ उपाध्याय ने कहां कि गंगा समग्र के कार्यकर्ताओं को लोगों को यह बताना पड़ेगा कि भविष्य के जल संकट से यदि बचना है, तो नदियों का प्रवाहमान होना अत्यंत ही आवश्यक है।
सर्वप्रथम गंगा समग्र कार्यकर्ताओं द्वारा मां गंगा का के घाट की सफाई, पूजन, आरती तदुपरांत बैठक का आयोजन किया गया। धन्यवाद ज्ञापन प्रांतीय आयाम प्रमुख कपीन्द्र नाथ तिवारी ने किया। बैठक के आयोजक काशी जिला गंगा आश्रित आयाम प्रमुख भानु भूषण पांडेय रहे। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से गंगा समग्र के जिला संरक्षक रणदीप सिंह, महानगर संयोजक अनिल कुमार जी, जिला सह संयोजक राज नारायण पटेल ,जिले के तालाब आयाम प्रमुख अंबरीश उपाध्याय, अस्सी नदी समिति प्रमुख मोहन पटेल, हरहुआ खंड संयोजक जयप्रकाश दुबे, वेद प्रकाश सिंह, श्री राम सोनी, अवधेश उपाध्याय सहित अनेकों लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गंगा समग्र के जिला संयोजक चंद्र प्रकाश दुबे द्वारा किया गया।
सनातन संस्कृति,धार्मिक अनुष्ठान और आराधना के एक विशिष्ट अवसर पर, जल संरक्षण,पर्यावरण संरक्षण को प्रेरित करने वाले सामाजिक सरोकारों से जुड़े संवाद का अत्यंत ही सुंदर तरीके से प्रस्तुतीकरण।